एक उमस भरी भारतीय लोमड़ी एक भावुक प्रेमी के लिए तड़पती है, जब तक कि उसका फोन न बज जाए, तब तक वह आत्म-आनंद में लिप्त रहती है। उसके प्रेमियों का ध्यान उसकी इच्छाओं को संतुष्ट करता है, जिससे तीव्र, कच्चा जुनून पैदा होता है। उनकी केमिस्ट्री निर्विवाद है, एक गर्म, अंतरंग मुठभेड़ में परिणत होती है।.