इस तीसरी किस्त में, हमारा नायक अपने सौतेले भाई की जननांगता के प्रति अत्यधिक रुचि रखता है। उनकी तीव्र मुठभेड़ सामने आती है, जिससे उसकी अतृप्त इच्छा और उसे खुश करने की इच्छा प्रकट होती है।.
एक नायक अपने सौतेले भाई के साथ समझौता करता है, जो अत्यधिक उत्तेजित हो जाता है और उनके यौन संबंधों की गहराई की खोज करते हुए, भावुक मुखमैथुन, पीछे की कार्रवाई और विस्फोटक संभोग से भर जाता है। यह वासना, जिज्ञासा और निषिद्ध इच्छाओं की खोज की कहानी है।.