गीली और जंगली: गर्भवती सुंदरता आत्म-आनंद में लिप्त होती है
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एक तेजस्वी गर्भवती देवी अपने गीले और जंगली स्पर्श के लिए तरसती हुई आत्म-आनंद में लिप्त होती है। उसकी उंगलियां उसके फूले हुए पेट पर नृत्य करती हैं, उसकी गीली सिलवटों का पता लगाती हैं, खुशी के शिखर पर पहुंचती हैं।.